03 January 2020
केंद्रीय गृह मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा जोधपुर, राजस्थान में आयोजित विशाल जन-जागरण अभियान में दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में आज जब पूरा देश विकास के रास्ते पर आगे बढ़ने के लिए कटिबद्ध है, तब कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष द्वारा देश को गुमराह कर हिंसा और तनाव उत्पन्न किया जा रहा है लेकिन देश की जनता कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियों के नापाक मंसूबों को कभी भी कामयाब नहीं होने देगी
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सारी की सारी विपक्षी पार्टियां भी यदि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हो जाएँ, तब भी भारतीय जनता पार्टी नागरिकता संशोधन कानून पर एक इंच भी पीछे नहीं हटेगी। जो शरणार्थी भारत आये हैं, भारत उनका है और , वे भी भारत के ही हैं। भारत पर उनका भी उतना ही अधिकार है जितना हमारा है
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भाजपा अपने लोकतांत्रिक अधिकारों के तहत युवाओं और अल्पसंख्यकों सहित देश के लगभग तीन करोड़ परिवारों से संपर्क करेगी और कांग्रेस एंड कंपनी की पोल खोलेगी। यह कार्यक्रम 05 जनवरी 2020 से शुरू होगा जिसके तहत 500 से ज्यादा सभाएं और लगभग ढाई सौ से ज्यादा प्रेस वार्ताएं होगी
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नागरिकता संशोधन कानून को समर्थन देने के लिए भाजपा ने एक टोल फ्री नंबर 8866288662 भी जारी किया है जिस पर मिस्ड कॉल के जरिये देश की जनता CAA को अपना समर्थन दे रही है
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महात्मा गाँधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, सरदार पटेल, डॉ राजेन्द्र प्रसाद और मौलाना आजाद और डॉ मनमोहन सिंह ने भी शरणार्थियों को भारत में बसाने की बात कही थी। आज जब मोदी सरकार उन्हें नागरिकता दे रही है तो उन्हें परेशानी किस चीज की हो रही है?
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अशोक गहलोत ने तो पाक से आये विस्थापित हिंदू शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देने के लिए केंद्र सरकार को तीन-तीन बार पत्र लिखा था। कांग्रेस ने तो 2018 के राजस्थान विधान सभा चुनाव के लिए अपनी पार्टी के घोषणापत्र में पाक से आये शरणार्थी हिंदुओं को नागरिकता देने का वादा भी किया था
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अशोक गहलोत जी, हमने तो आपके ही घोषणापत्र के एक वादे को पूरा किया और आप उसका भी विरोध कर रहे हैं? ये विरोध आप बाद में भी कर लीजियेगा, पहले कोटा में हर रोज मौत के मुंह में समा रहे मासूमों की एक बार चिंता कर लीजिये
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मैं ह्यूमन राइट्स के चैम्पियंस से सवाल पूछना चाहता हूँ कि शरणार्थियों के मानवाधिकार उल्लंघन का जिम्मेवार कौन है? शरणार्थियों के पास उनके अपने देश में जमीन थी लेकिन आज वे मजदूरी कर रहे हैं, वहां उनके पास रहने को घर था, आज उन्हें रहने की जगह नसीब नहीं है
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वोट बैंक के लालच की भी एक हद होती है। वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति के लिए कांग्रेस पार्टी ने वीर सावरकर जैसे महापुरुष का अपमान किया है, देश की जनता अपने महान सपूत का यह अपमान कभी सहन नहीं करेगी। कांग्रेसियों को शर्म करना चाहिए
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महात्मा गाँधी, पंडित नेहरू, सरदार पटेल, डॉ राजेन्द्र प्रसाद और मौलाना आजाद सरीखे नेताओं ने विस्थापित शरणार्थियों को नागरिकता देने का वादा किया था तो क्या वे सांप्रदायिक थे? यह कांग्रेस का दोहरा चरित्र नहीं तो और क्या है जो आज वह इसका विरोध कर रही है
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कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, सपा, बसपा, कम्युनिस्ट और ‘आप' पार्टियां नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रही हैं, हिंसा को बढ़ावा दे रही हैं और इस पर दुष्प्रचार कर जनता को गुमराह कर रही हैं क्योंकि उन्हें तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति की आदत पड़ गई है
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कांग्रेस, ममता बनर्जी, अरविन्द केजरीवाल, एसपी, बीएसपी और कम्युनिस्ट पार्टियां यह अफवाह फैला रही हैं कि इसे भारत के अल्पसंख्यकों की नागरिकता चली जायेगी जबकि इसमें कहीं भी किसी का नागरिकता लेने का प्रावधान नहीं है
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पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भारत में अपनी इज्जत बचाने आये हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई और पारसी शरणार्थियों में 70% से अधिक दलित हैं। देश के दलित और आदिवासी आज यह देख रहे हैं कि आज दलितों के खिलाफ कौन काम कर रहा है
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कांग्रेस हमेशा देश हित के मुद्दों पर वोट बैंक की पॉलिटिक्स के तहत विरोध करती रही है चाहे धारा 370 का विरोध हो, श्रीराम जन्मभूमि का विरोध हो, ट्रिपल तलाक पर बैन का विरोध हो या फिर पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को ख़त्म करने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक का विरोध
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जिस वीर सावरकर के परिवार ने पूरा जीवन जेल की सलाखों के पीछे बिताया, जो सावरकर 12 साल तक काला पानी की सजा काटते रहे, उस महान सपूत वीर सावरकार के लिए कांग्रेस सेवा दल ने कितनी भद्दी टिप्पणियाँ की है - इससे शर्मनाक और क्या हो सकता है?
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देश में बहुत हो गई वोट बैंक की राजनीति। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी विकास के रास्ते पर देश को आगे ले जाना चाहते हैं जबकि कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियां देश में हिंसा और तनाव उत्पन्न करना चाहती है
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केन्द्रीय गृह मंत्री एवं भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने आज मारवाड़ की पवित्र भूमि जोधपुर, राजस्थान के आदर्श विद्या मंदिर परिसर में नागरिकता संशोधन कानून 2019 पर आयोजित विशाल जन-जागरण अभियान को संबोधित किया और नागरिकता संशोधन कानून 2019 पर तथ्यों के साथ कांग्रेस एवं उसकी सहयोगी पार्टियों के एक-एक झूठ की धज्जियां उड़ा कर रख दी। इस कार्यक्रम में प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री सतीश पुनिया जी, राजस्थान विधान सभा में नेता प्रतिपक्ष श्री गुलाबचंद कटारिया जी, केन्द्रीय मंत्री श्री गजेन्द्र सिंह शेखावत जी, श्री राजेन्द्र सिंह राठौर जी, श्री अर्जुन राम मेघवाल जी एवं सांसद श्री पी पी चौधरी सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
नागरिकता संशोधन कानून पर जन-जागरण अभियान की जरूरत क्यों?
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, सपा, बसपा, कम्युनिस्ट और ‘आप' पार्टियां नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रही हैं, हिंसा को बढ़ावा दे रही हैं और इस पर दुष्प्रचार कर जनता को गुमराह कर रही हैं क्योंकि उन्हें तुष्टिकरण और वोट बैंक की राजनीति की आदत पड़ गई है। इसलिए भारतीय जनता पार्टी ने तय किया है कि यदि कुछ विपक्षी पार्टियां भारत माँ के ही शरणार्थी सपूतों के खिलाफ हो जाते हैं तो हम भी लोकतांत्रिक अधिकारों के तहत जनता के पास जायेंगे और जन-जागरण कर कांग्रेस और उसकी अन्य सहयोगी पार्टियों की पोल खोलेंगे। संसद द्वारा नागरिकता संशोधन कानून पारित होने पर कांग्रेस, सपा, बसपा, तृणमूल कांग्रेस, आप पार्टी और कम्युनिस्ट पार्टियों द्वारा देश भर में हिंसा का तांडव मचाया गया, तनाव उत्पन्न करने की साजिश रची गई क्योंकि उन्हें लगता है कि ऐसा करने से वे देश की जनता को प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के खिलाफ कर देंगे लेकिन वे भूल रहे हैं कि लोकतंत्र में जनता को गुमराह करना इतना सरल नहीं है। भारतीय जनता पार्टी 05 जनवरी 2020 से देश भर में घर-घर जाकर नागरिकता संशोधन कानून पर जनता को जागरूक करेगी। इस देशव्यापी जन-संपर्क अभियान में 500 से ज्यादा सभाएं और लगभग ढाई सौ से ज्यादा प्रेस वार्ताएं होगी। जब सभी लोग इस पर कांग्रेस एवं उसकी सहयोगी पार्टियों की चाल समझ जायेंगे तब उन्हें मालूम पड़ेगा कि कांग्रेस, सपा, बसपा, आप पार्टी, तृणमूल कांग्रेस और कम्युनिस्ट पार्टियों द्वारा कितना गलत कदम उठाया गया है। भाजपा अध्यक्ष के आह्वान पर सभा में उपस्थित विशाल जन समुदाय ने टोल फ्री नंबर 8866288662 पर मिस्ड कॉल के जरिये नागरिकता संशोधन कानून को अपना समर्थन दिया।
CAA नागरिकता देने का कानून है, नागरिकता छीनने का नहीं
श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस, ममता बनर्जी, अरविन्द केजरीवाल, एसपी, बीएसपी और कम्युनिस्ट पार्टियां यह अफवाह फैला रही हैं कि इसे भारत के अल्पसंख्यकों की नागरिकता चली जायेगी। अरे राहुल गाँधी, यदि आपने कानून पढ़ा है तो कहीं भी चर्चा के लिए आ जाइए और यदि आपने इस कानून का अध्ययन नहीं किया है तो आपको जिस भी भाषा में चाहिए, इसका अनुवाद आपको भेज दिया जाएगा। मैं एक बार पुनः देश की जनता को स्पष्ट करना चाहता हूँ कि नागरिकता संशोधन कानून में कहीं भी किसी का नागरिकता लेने का प्रावधान नहीं है बल्कि इसमें तो पाकिस्तान, अफग़ानिस्तान और बांग्लादेश से अपनी इज्जत बचाने और सम्मान पूर्वक जीने की चाह में भारत आये हिंदू, बौद्ध, सिख, जैन, ईसाई और पारसी शरणार्थियों को नागरिकता देने का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि सारी की सारी विपक्षी पार्टियां भी यदि नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ हो जाएँ, तब भी भारतीय जनता पार्टी नागरिकता संशोधन कानून पर एक इंच भी पीछे नहीं हटेगी। कांग्रेस, सपा, बसपा, आप पार्टी, तृणमूल और कम्युनिस्ट पार्टियों को जितना भी जनता को गुमराह करना है, करें, उन्हें जितना भी भ्रम फैलाना है, फैलाएं, हम भी परिश्रम करेंगे, जनता के पास जायेंगे और उन्हें बताएँगे कि इस कानून का आप की नागरिकता से कोई लेना-देना नहीं है।
शरणार्थियों को नागरिकता देने की जरूरत क्यों पड़ी?
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि धर्म के आधार पर देश का बंटवारा नहीं होना चाहिए था लेकिन ऐसा किसने किया? यह कांग्रेस पार्टी थी जिसने धर्म के आधार पर देश का बंटवारा स्वीकार किया। नेहरू-लियाकत समझौते का पालन हिंदुस्तान ने तो किया, हमारे यहाँ तो अल्पसंख्यकों को बराबर का सम्मान मिला लेकिन पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर भीषण अत्याचार हुए। बांग्लादेश और अफगानिस्तान में भी अल्पसंख्यों की संख्या में भारी गिरावट आई। पाकिस्तान में हिंदुओं की जनसंख्या 1951 में जहां 23% थी, वह घट कर 4% से नीचे आ गई है। इसी तरह बांग्लादेश में हिन्दुओं की जनसंख्या घट कर 7% रह गई है। राहुल गाँधी, ममता बनर्जी और अरविन्द केजरीवाल इसका जवाब दें कि इतने लोग कहाँ गए? या तो मार दिए गए, या फिर उनका धर्म परिवर्तन करा दिया गया या फिर वे उज्जवल भविष्य की चाह में भारत आ गए? इन शरणार्थी भाइयों की प्रताड़ना जो हुई है, इससे बड़ा मानवाधिकार उल्लंघन कुछ और नहीं हो सकता। मैं ह्यूमन राइट्स के चैम्पियंस से भी सवाल पूछना चाहता हूँ कि शरणार्थियों के पास उनके अपने देश में जमीन थी लेकिन आज वे मजदूरी कर रहे हैं, वहां उनके पास रहने को घर था, आज उन्हें रहने की जगह नसीब नहीं है। उनके परिवार की बहू-बेटियों के साथ बलात्कार किया गया, उन्हें जबरन उनके घर से निकाला गया। 70 सालों से ये शरणार्थी भारतवर्ष में सम्मान भरा जीवन जीने आ रहे हैं लेकिन कांग्रेस की सरकारों ने इन प्रताड़ित लोगों की कोई सुध नहीं ली। महात्मा गाँधी जी ने शरणार्थियों को नागरिकता देने का वादा किया था तो क्या वे सांप्रदायिक थे? पंडित जवाहरलाल नेहरू ने हिंदू और सिखों को भारत में बसाने की बात कही थी तो क्या वे सांप्रदायिक थे? सरदार पटेल, डॉ राजेन्द्र प्रसाद, मौलाना आजाद जैसे मनीषियों ने पाकिस्तान से आये अल्पसंख्यक शरणार्थियों को भारत में बसाने की बात कही थी तो क्या वे सभी लोग सांप्रदायिक थे? वास्तव में कांग्रेस वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीतिक के लालच में शरणार्थियों के हित में काम नहीं कर सकी। अब संसद के दोनों सदनों ने इसे पारित किया है। अब शरणार्थी भाइयों के अच्छे दिन आ गए हैं। अब पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से आये हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई और पारसी भारतवर्ष के नागरिक बनने वाले हैं। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि जो शरणार्थी भारत आये हैं, भारत उनका है और , वे भी भारत के ही हैं। भारत पर उनका भी उतना ही अधिकार है जितना हमारा है। यह मोदी सरकार है जहां किसी को भी डरने की कोई जरूरत नहीं है।
कांग्रेस ने तो हिंदू शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देने की बात कही थी
श्री शाह ने कहा कि जो भी नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे हैं, मैं उनसे पूछना चाहता हूँ कि आप महात्मा गाँधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, डॉ राजेन्द्र प्रसाद, मौलाना आजाद को मानते हैं या नहीं? कांग्रेस के नेता और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने 2003 में बांग्लादेश से धार्मिक आधार पर प्रताड़ित होकर भारत आये हिंदू शरणार्थियों को नागरिकता देने की वकालत की थी। इतना ही नहीं, राजस्थान में कांग्रेस सरकार के मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत ने तो पाक से आये विस्थापित हिंदू शरणार्थियों को भारत की नागरिकता देने के लिए केंद्र सरकार को तीन-तीन बार पत्र लिखा था। अशोक गहलोत जी ने तो 2018 के राजस्थान विधान सभा चुनाव के लिए अपनी पार्टी के घोषणापत्र में पाक से आये शरणार्थी हिन्दुओं को नागरिकता देने का वादा भी किया था। आज जब मोदी सरकार उन्हें नागरिकता दे रही है तो उन्हें परेशानी किस चीज की हो रही है? ऐसा इसलिए क्योंकि कांग्रेस को डर लग रहा है कि इससे उनका वोट बैंक खत्म हो जाएगा।
कांग्रेस है दलितों के खिलाफ
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भारत में अपनी इज्जत बचाने आये हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, ईसाई और पारसी शरणार्थियों में 70% से अधिक दलित हैं। देश के दलित और आदिवासी आज यह देख रहे हैं कि कांग्रेस, सपा ,बसपा, राजद, तृणमूल, आप पार्टी और कम्युनिस्ट पार्टियां किस तरह दलितों के खिलाफ काम कर रही हैं। ममता दीदी, दलितों ने आपका क्या बिगाड़ा है, बांग्ला भाषी हिन्दुओं ने आपका क्या बिगाड़ा है जो आप इनके खिलाफ हैं? मैं सभी शरणार्थी भाइयों को यह विश्वास दिलाना चाहता हों कि आप प्रताड़ित होकर यहाँ आये हैं, यहाँ आपकी कोई प्रताड़ना नहीं होगी। आपको सम्मान के साथ नागरिकता दी जायेगी। आप ममता दीदी से डरिए मत। ममता दीदी आपका भला नहीं चाहती, वह तो बस अपना वोट बैंक संभालना चाहती है।
देश हित के हर मुद्दे का कांग्रेस करती है विरोध
श्री शाह ने कांग्रेस पर हमला जारी रखते हुए कहा कि कांग्रेस हमेशा देश हित के मुद्दों पर वोट बैंक की पॉलिटिक्स के तहत विरोध करती रही है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने धारा 370 और 35A को ख़त्म किया तो राहुल गाँधी ने इसका विरोध किया। हम राम जन्मभूमि के पक्ष में थे तो कांग्रेस इसे सुप्रीम कोर्ट में लटकाए रखना चाहती थी। हमने ट्रिपल तलाक को बैन किया तो राहुल गाँधी इसके खिलाफ उतर आये। हमें पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद को ख़त्म करने सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक किया तो राहुल गाँधी और कांग्रेस ने इसका भी विरोध किया। आखिर कांग्रेस देश के विरोध में ऐसी हरकतें क्यों करती हैं? कांग्रेस टुकड़े-टुकड़े गैंग के समर्थन में खड़ी हो जाती है, राहुल गाँधी देशद्रोही नारे लगाने वालों के समर्थन में जेएनयू जा पहुँचते हैं, क्या देश को टुकड़े-टुकड़े करने का ख्वाब पाले बैठे लोगों को जेल में नहीं डाल देना चाहिए?
देश के महान सपूत वीर सावरकार का अपमान करती है कांग्रेस
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि वीर सावरकर जैसे इस देश के महान सपूत और बलिदानी क्रांतिकारी का भी कांग्रेस पार्टी वोट बैंक के लालच में विरोध कर रही है। कांग्रेसियों को शर्म करना चाहिए। जिस वीर सावरकर के परिवार ने पूरा जीवन जेल की सलाखों के पीछे बिताया। जिस परिवार को कोल्हू के बैल के रूप में जुतना पड़ा, जो सावरकर 12 साल तक काला पानी की सजा काटते रहे, उस महान सपूत वीर सावरकार के लिए कांग्रेस सेवा दल ने कितनी भद्दी टिप्पणियाँ की है - इससे शर्मनाक और क्या हो सकता है? वोट बैंक के लालच की भी एक हद होती है। वोट बैंक और तुष्टिकरण की राजनीति के लिए कांग्रेस पार्टी ने वीर सावरकर जैसे महापुरुष का अपमान किया है, देश की जनता अपने महान सपूत का यह अपमान कभी सहन नहीं करेगी।
कोटा में मौत के मुंह में समा रहे मासूमों की चिंता क्यों नहीं करते अशोक गहलोत
श्री शाह ने कहा कि देश में बहुत हो गई वोट बैंक की राजनीति। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी विकास के रास्ते पर देश को आगे ले जाना चाहते हैं जबकि कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियां देश में हिंसा और तनाव उत्पन्न करना चाहती है। अशोक गहलोत जी, हमने तो आपके ही घोषणापत्र के एक वादे को पूरा किया और आप उसका भी विरोध कर रहे हैं? ये विरोध आप बाद में भी कर लीजियेगा, पहले कोटा में हर रोज मौत के मुंह में समा रहे मासूमों की एक बार चिंता कर लीजिये। आपको माताओं की हाय लगेगी। अशोक गहलोत जी, आप दिल्ली में एक परिवार के दरबार के सामने इतना मत झको। जोधपुर राजस्थान के वर्तमान मुख्यमंत्री का गृह जिला है। यहाँ बैठे हजारों शरणार्थी आपसे पूछना चाहते हैं गहलोत जी कि आप उनका विरोध क्यों कर रहे हैं? उन्होंने कहा कि कांग्रेस, सपा, बसपा, तृणमूल कांग्रेस, आप पार्टी और कम्युनिस्ट पार्टियां इकट्ठे होकर फिर से देश को तुष्टिकरण की आग में झुलसाना चाहती है।
70 साल की समस्याओं का समाधान किया मोदी सरकार ने
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि देश में जो समस्या वर्षों से लंबित पड़ी हुई थी, जिसे छूने की कोई हिम्मत भी नहीं करता था, उन समस्याओं का प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 8 महीने में ही समाधान कर दिया है। आज से पहले क्या किसी ने कभी सोचा था कि धारा 370 ख़त्म होगी, क्या किसी ने सोचा भी था कि एक दिन राम मंदिर बनने का सपना साकार होगा, क्या किसी ने ये सोचा था कि शरणार्थी भाइयों को भारतवर्ष की नागरिकता मिलेगी। क्या किसी ने आज तक सोचा था कि देश को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ भी मिलेगा। क्या किसी ने कल्पना भी की थी कि पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद का सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक करके जवाब दिया जाएगा। आज यह सब सपना साकार हो रहा है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में आज जब पूरा देश विकास के रास्ते पर आगे बढ़ने के लिए कटिबद्ध है, तब कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष द्वारा देश को गुमराह किया जा रहा है लेकिन देश की जनता कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टियों के नापाक मंसूबों को कभी भी कामयाब नहीं होने देगी।