19 April 2018
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह द्वारा बेंगलुरु में उद्यमियों एवं व्यवसायियों के कन्वेंशन में दिए गए उद्बोधन के मुख्य बिंदु
यह कर्नाटक की जनता को तय करना है कि उन्हें कैसा भविष्य चाहिए - एक ओर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में विकास के प्रति समर्पित भारतीय जनता पार्टी है तो दूसरी ओर राहुल गांधी के नेतृत्व में वोट बैंक और तुष्टीकरण की राजनीति करने वाली कांग्रेस पार्टी
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कांग्रेस कर्नाटक को मॉडल स्टेट कभी नहीं बना सकती, यह कार्य भावी येदुरप्पा सरकार ही कर सकती है
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श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के प्रधानमंत्रित्व काल से लेकर राज्य में येदुरप्पा जी के कार्यकाल और अब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र की भाजपा सरकार तक कर्नाटक के विकास के लिए जितना काम भारतीय जनता पार्टी ने किया है, कांग्रेस उतना काम 60 साल में भी नहीं कर पाई
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कर्नाटक में भ्रष्टाचार चरम पर है, विकास ठप्प है और सिद्धारमैया 40 लाख की घड़ी पहने भ्रष्टाचार के आरोपों को मैडल की तरह लटकाए हुए घूम रहे हैं। कर्नाटक की जनता सिद्धारमैया सरकार से तंग आ चुकी है और वह अब राज्य की कांग्रेस सरकार से पूर्ण मुक्ति चाहती है
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एक चुनी हुई सरकार का दायित्व होता है समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक विकास को पहुंचाना, हर नागरिक को सम्मान के साथ जीने का अधिकार देना और उसे समाज की मुख्यधारा में शामिल करना लेकिन कांग्रेस आजादी के 70 सालों में भी ऐसा करने में विफल रही
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आश्चर्य की बात है कि आजादी के 70 साल और कांग्रेस की चार पीढ़ी के शासन के बावजूद देश का एक बड़ा हिस्सा विकास से अछूता रहा और उन्हें आजादी का उनका उचित हिस्सा भी नहीं मिल पाया
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मोदी सरकार ने एक भी उद्योगपति का ऋण माफ़ नहीं किया है। मैं राहुल गांधी को खुली चुनौती देता हूँ कि यदि मोदी सरकार ने एक भी उद्योगपति का कर्ज माफ़ किया हो तो आप इसे सार्वजनिक करिए लेकिन देश को गुमराह मत कीजिये
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शायद राहुल गांधी को एनपीए और कर्जमाफी में फर्क नहीं पता और अपनी इसी नासमझी के कारण वे देश को गुमराह कर रहे हैं
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सिद्धारमैया सरकार की गलत नीतियों के कारण ही राज्य में 3500 से अधिक किसान आत्महत्या करने को मजबूर हुए लेकिन सिद्धारमैया सरकार के माथे पर जूं तक नहीं रेंगी। राज्य में बनने वाली भाजपा की येदुरप्पा सरकार किसानों की समस्याओं का प्राथमिकता से निराकरण करेगी
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कर्नाटक की जनता सिद्धारमैया सरकार से उनके पांच साल के काम का हिसाब मांग रही है। राज्य की जनता सिद्धारमैया सरकार से केंद्र द्वारा 14वें वित्त आयोग में दिए गए 2,19,506 करोड़ रुपये का भी हिसाब मांगती है
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प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के विकास व गरीब-कल्याण के लिए लगभग 112 योजनाओं की शुरुआत की है और ये सभी योजनायें सर्वस्पर्शी एवं सर्वसमावेशी हैं
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देश में जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार आती है तो देश विकास के पथ पर तेज गति से आगे बढ़ता है और जब कांग्रेस की सरकार आती है तो विकास पीछे चला जाता है
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वर्ल्ड बैंक, आईएमएफ और मूडीज जैसी विश्व की तमाम आर्थिक रेटिंग एजेंसियों ने भारतीय अर्थव्यवस्था के भविष्य को उज्जवल बताया है
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भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अमित शाह ने आज ज्ञान ज्योति ऑडिटोरियम, बेंगलुरु में उद्यमियों एवं व्यवसायियों के साथ विभिन्न विषयों पर चर्चा की और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र की मोदी सरकार द्वारा चार सालों में भारत को दुनिया की सबसे तेज गति से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था में तब्दील करने की विकास यात्रा पर विस्तार से चर्चा की। इससे पहले श्री शाह ने अनंत विद्यानिकेतन स्कूल, देवनहल्ली (बेंगलुरु) में राज्य के 15 विधान सभा क्षेत्रों के शक्ति केंद्र प्रमुखों के कन्वेंशन को संबोधित किया और राज्य की जनता से भ्रष्टाचार और तुष्टीकरण की राजनीति की प्रतीक सिद्धारमैया सरकार को उखाड़ कर श्री येदुरप्पा के नेतृत्व में विकास के प्रति समर्पित भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने का आह्वान किया। तत्पश्चात् उन्होंने संयुक्त गुजराती समाज भवन (वसंत नगर, बेंगलुरु) में समाज चिंतन सभा को भी संबोधित किया।
मोदी सरकार के चार सालों की आर्थिक विकास और समाज को सशक्त बनाने की अभूतपूर्व यात्रा का जिक्र करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार की उपलब्धियों पर चर्चा करने से पूर्व हमें 2014 से पहले की स्थिति को एक बार फिर से मुड़ कर देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि 2014 से पहले के समय को जब देश में कांग्रेस की सोनिया-मनमोहन की सरकार थी, इस सरकार के 10 वर्षों के दौरान लगभग 12 लाख करोड़ रुपये के घोटाले हुए, अर्थव्यवस्था की हालत बदतर थी, युवाओं में आक्रोश था, देश की सीमाएं सुरक्षित नहीं थी और हर तरफ अराजकता का माहौल था। उन्होंने कहा कि ऐसी परिस्थिति में देश की जनता ने 30 साल बाद किसी एक पार्टी को पूर्ण बहुमत दिया और प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र में भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार का गठन हुआ। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार के चार सालों में भारत दुनिया की सबसे तेज गति से विकास करने वाली अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनी है। उन्होंने कहा कि श्री नरेन्द्र मोदी जी ने प्रधानमंत्री पद की शपथ लेते हुए ही यह स्पष्ट कर दिया था कि भाजपा की यह सरकार देश के गाँव, गरीब, दलित, पिछड़े और आदिवासियों के कल्याण के लिए समर्पित होगी और सरकार तीन सालों से इसी उद्देश्य के साथ काम कर रही है।
श्री शाह ने कहा कि एक चुनी हुई सरकार का दायित्व होता है समाज के अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक विकास को पहुंचाना, हर नागरिक को सम्मान के साथ जीने का अधिकार देना और उसे समाज की मुख्यधारा में शामिल करना लेकिन कांग्रेस आजादी के 70 सालों में भी ऐसा करने में विफल रही। उन्होंने कहा कि आश्चर्य की बात है कि आजादी के 70 साल और कांग्रेस की चार पीढ़ी के शासन के बावजूद देश का एक बड़ा हिस्सा विकास से अछूता रहा और उन्हें आजादी का उनका उचित हिस्सा न मिल सका। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने देश के विकास व गरीब-कल्याण के लिए लगभग 112 योजनाओं की शुरुआत की है और ये सभी योजनायें सर्वस्पर्शी एवं सर्वसमावेशी हैं। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने लगभग 29 करोड़ लोगों के बैंक अकाउंट खोल कर उन्हें देश के अर्थतंत्र की मुख्यधारा में जोड़ा, लगभग 7.5 करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण कर महिलाओं को सम्मान के साथ जीने का अधिकार दिया, उज्ज्वला योजना के माध्यम से लगभग चार करोड़ गरीब महिलाओं को चूल्हे के धुएं से मुक्ति दिलाई और आजादी के 70 साल बाद भी बिजली से वंचित गाँवों में रोशनी पहुंचाने का प्रबंध किया। उन्होंने कहा कि अब प्रधानमंत्री जी सौभाग्य योजना के माध्यम से बिजली से वंचित घरों में उजाला लाने का प्रबंध कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मुद्रा योजना के माध्यम से देश के करोड़ों युवाओं को स्वरोजगार के माध्यम से ‘जॉब सीकर' से ‘जॉब क्रियेटर' वाला बनाया गया है। उन्होंने कहा कि 104 उपग्रहों को एक साथ अंतरिक्ष में प्रक्षेपित कर भारत अंतरिक्ष की दुनिया की एक प्रमुख ताकत के रूप में उभरा है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने 40 वर्षों से लंबित भूतपूर्व सैनिकों की मांग ‘ओआरओपी’ को एक ही साल में पूरा करने का काम किया। उन्होंने कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक के जरिये आतंकवाद पर करारा प्रहार किया, इससे दुनिया का देश को देखने का नजरिया बदल गया। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सबसे ज्यादा उग्रवादी मोदी सरकार के दौरान मारे गए हैं और कश्मीर पहले से कहीं ज्यादा शांत है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने देश की सोच के स्केल को ऊपर उठाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के 60 सालों का गड्ढा पांच सालों में भरा नहीं जा सकता। उन्होंने देश की जनता से मोदी सरकार द्वारा देश की विकास यात्रा के साथ जुड़ने का आह्वान करते हुए कहा कि यदि देश की 125 करोड़ जनता एकजुट होकर एक दिशा में एक भी कदम आगे बढ़ाते हैं तो देश 125 करोड़ कदम आगे बढ़ता है।
देश के बदलने आर्थिक परिवेश की चर्चा करते हुए भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि श्री अटल बिहार वाजपेयी जी के नेतृत्व में भाजपा-नीत राजग सरकार बनी तो देश विकास दर 4.4% थी, श्री वाजपेयी जी देश की विकास दर को 8.4% तक ले गए लेकिन मनमोहन सिंह की नेतृत्व वाली कांग्रेस की यूपीए सरकार 10 सालों में फिर से इसे 4% पर ले आई। उन्होंने कहा कि तीन साल से केंद्र में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, हम तीन वर्षों में फिर से इसे 7% से ऊपर लाने में सफल हुए हैं। उन्होंने कहा कि इसका मतलब साफ़ है कि देश में जब भारतीय जनता पार्टी की सरकार आती है तो देश विकास के पथ पर तेज गति से आगे बढ़ता है और जब कांग्रेस की सरकार आती है तो विकास दर पीछे चला जाता है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की सफल आर्थिक नीति के कारण विकास दर में काफी वृद्धि हुई है, महंगाई दर कम हुई है, राजकोषीय घाटा व चालू घाटा कम हुआ है, विदेशी मुद्रा भंडार अब तक के सर्वोच्च शिखर पर पहुंचा है और एफडीआई में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि वर्ल्ड बैंक, आईएमएफ और मूडीज जैसी विश्व की तमाम आर्थिक रेटिंग एजेंसियों ने भारतीय अर्थव्यवस्था के भविष्य को उज्जवल बताया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने बैंकिंग व्यवस्था को भी सुदृढ़ किया है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी मोदी सरकार पर उद्योगपतियों का कर्ज माफ़ करने का झूठा इल्जाम मढ़ते हैं जबकि मोदी सरकार ने एक भी उद्योगपति का ऋण माफ़ नहीं किया है। उन्होंने राहुल गांधी को खुली चुनौती देते हुए कहा कि यदि मोदी सरकार ने एक भी उद्योगपति का कर्ज माफ़ किया हो तो आप इसे सार्वजनिक करिए अन्यथा देश को गुमराह मत कीजिये। उन्होंने कहा कि शायद राहुल गांधी को एनपीए और कर्जमाफी में फर्क नहीं पता और इसी नासमझी के कारण वे देश को गुमराह कर रहे हैं।
कर्नाटक चुनाव की चर्चा करते हुए श्री शाह ने कहा कि यह कर्नाटक की जनता को तय करना है कि उन्हें कैसा भविष्य चाहिए - एक ओर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में विकास के प्रति समर्पित भारतीय जनता पार्टी है, दूसरी ओर राहुल गांधी के नेतृत्व में वोट बैंक और तुष्टीकरण की राजनीति करने वाली कांग्रेस पार्टी। उन्होंने कहा कि जेडीएस कभी कर्नाटक में सरकार नहीं बना सकती, वह जनता का वोट केवल जाया कर सकती है। उन्होंने कहा कि राज्य की भ्रष्टाचारी सिद्धारमैया सरकार को येदुरप्पा जी के नेतृत्व में केवल भारतीय जनता पार्टी ही हरा सकती है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस पार्टी मोदी सरकार से चार साल के कार्यकाल का हिसाब मांगती है। उन्होंने कहा कि यह हमारी परंपरा रही है कि हम हर चुनाव में अपने कार्यों का हिसाब जनता-जनार्दन को देते आये हैं लेकिन कर्नाटक के चुनाव में तो अपने पांच साल का हिसाब देने की बारी कांग्रेस की सिद्धारमैया सरकार की है। उन्होंने कहा कि श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी के प्रधानमंत्रित्व काल से लेकर राज्य में येदुरप्पा जी के कार्यकाल और अब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में केंद्र की भाजपा सरकार तक कर्नाटक के विकास के लिए जितना काम भारतीय जनता पार्टी ने किया है, कांग्रेस उतना काम 60 साल में भी नहीं कर पाई। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की यूपीए सरकार के दौरान 13वें वित्त आयोग में सेन्ट्रल शेयर के रूप में कर्नाटक को केवल 88,583 करोड़ रुपये की सहायता मिलती थी जबकि 14वें वित्त आयोग में मोदी सरकार ने कर्नाटक को 2,19,506 करोड़ रुपये की राशि आवंटित की है जो कांग्रेस की यूपीए सरकार की तुलना में ढाई गुना अधिक है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त मुद्रा योजना में 39,400 करोड़, स्मार्ट सिटी में 960 करोड़, अमृत मिशन के लिए 4953 करोड़, स्वच्छ भारत अभियान के लिए 204 करोड़, अर्बन ट्रांसपोर्टेशन के लिए 239 करोड़, प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के लिए 405 करोड़, प्रधानमंत्री आवास योजना के लिए 290 करोड़, बेंगलुरु मेट्रो के लिए 2,617 करोड़, रेलवे के विकास के लिए 2,197 करोड़ और सड़कों के निर्माण के लिए 27,482 करोड़ रुपये की राशि उपलब्ध कराई गई है।
भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि सिद्धारमैया सरकार के कार्यकाल के दौरान बदहाल क़ानून-व्यवस्था, भ्रष्टाचार, गुंडागर्दी और विकास में लापरवाही ने राज्य को बर्बाद कर दिया जबकि सिद्धारमैया सरकार भ्रष्टाचार में संलिप्त रही। उन्होंने कहा कि राज्य में महिलाओं के खिलाफ अत्याचार में भारी वृद्धि हुई है, विकास ठप्प है और सिद्धारमैया 40 लाख की घड़ी पहने भ्रष्टाचार के आरोपों को मैडल की तरह लटकाए हुए घूम रहे हैं। उन्होंने कहा कि कर्नाटक की जनता सिद्धारमैया सरकार से तंग आ चुकी है और वह अब राज्य की कांग्रेस सरकार से पूर्ण मुक्ति चाहती है। उन्होंने कहा कि श्री शाह ने कहा कि सिद्धारमैया सरकार के पांच सालों में कर्नाटक में किसानों की स्थिति और दयनीय हुई हैऔर सिद्धारमैया सरकार की गलत नीतियों के कारण ही राज्य में 3500 से अधिक किसान आत्महत्या करने को मजबूर हुए लेकिन सिद्धारमैया सरकार के माथे पर जूं तक नहीं रेंगी। उन्होंने कहा कि राज्य में बनने वाली भाजपा की येदुरप्पा सरकार किसानों की समस्याओं का प्राथमिकता से निराकरण करेगी। उन्होंने कहा कि देश में जिन-जिन राज्यों में हमारी सरकारें हैं, वहां किसानों की आत्महत्या की दर काफी कम है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में भी वर्तमान भाजपा सरकार में कांग्रेस की पिछली सरकार की तुलना में किसानों की आत्महत्या में लगभग 30% की कमी आई है। उन्होंने कहा कि इसका सीधा मतलब है कि जहां कांग्रेस आती है, वहां किसानों की आत्महत्या बढ़ती है और जहां भाजपा आती है, वहां किसान खुशहाल होते हैं।
श्री शाह ने कहा कि कांग्रेस कर्नाटक को मॉडल स्टेट कभी नहीं बना सकती, यह प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में राज्य की येदुरप्पा सरकार ही कर सकती है। उन्होंने कर्नाटक के विकास के लिए और राज्य को एक मॉडल स्टेट के रूप में प्रतिस्थापित करने के लिए सभा में उपस्थित लोगों से राज्य में श्री येदुरप्पा जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने की अपील की।